Saturday, October 1, 2011

गांधी जयंती , हम और आप

कल, 2 अक्टूबर, गांधी जयंती है । इसी दिन हमारे पूर्वप्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का भी जन्मदिन है । ऐसे इस बार रवि वार होने के कारण बहुत लोग ज्यादा खुश नही होंगे। पर इस दिन की सरकारी छुट्टी प्रायः हर किसी को गांधी की याद तो दिला ही देती है । लेकिन शास्त्रीजी का भी यही जन्मदिन है यह बात शायद कम ही लोगों के ध्यान में आती है ।

गांधीजी की हर बात मुझे आज के लिए सही लगती है । शास्त्रीजी के बारे में बहुत नहीं पता है । उन्हें एक ईमानदार राजनेता एवं प्रधानमंत्री के तौर पर जानता हूँ बस। किंतु गांधीजी के बारे में बहुत कुछ कहा जाता है।

पुरी तरह अहिंसा के मार्ग पर चलना आज समझ मे आता तो है लेकिन उसे अपने जीवन मे कैसे लाया जाये समझ मे नही आता ।

कुछ साल पहले जब मैं एक फिल्म "ळगे रहो मुन्ना" भाई देखा तो लगा शायद गांधी जी के अहिंसा के मार्ग पे हम आज भी चल सकते हैं. लेकिन आज कि परिस्थिति को देख कर नहि लगता कि ये इतना आसान हैं । शायद ये बाते सुन कर कितने लोग मुझे भला बुरा कहेंगे लेकिन जरा सोच के देखे तो वे खुद कितना पालन करते है उस अहिंसा के मार्ग का

अगर मै कहूँ कि गांधी जी को अपना आदर्श मानना आसान हैं लेकिन उनके आदर्शो का पालन करना कठिन हैं, तो ये मेरी बात कुछ ज्यादा नहीं होगी

5 comments:

  1. गांधीजी के रास्ते पे चलना मुश्किल है, मै आपके इस बात पर सहमत हूँ, किन्तु आज भी उनके बताएं रास्तो पे चलने वाले है जिनमे अन्ना का नाम शामिल है..

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  2. हाँ, अन्ना जी के साहश और कर्तब्यो को मैं भी नमन करता हूँ. और साथ हि कितने लोग अन्ना जी के तरह हैं? हमे नही लगता कि सिर्फ अन्ना जी को समर्थन देने और अपने को "मैं अन्ना हूँ " कहके हम उनका अनुसरन कर रहे है.
    वो समय अलग था जब एक अकेला गंधी जी काफी थे. आज अगर हम सच्चे तरीके से उनका साथ दे तो वास्तव मे हम गांधी युग फिर से लाने मे सफल होंगे और मेरे उपरोक्त पोस्ट कि बाते "उनके आदर्शो का पालन करना कठिन हैं," गलत साबित होंगे ।

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  3. ॐ जी, आपने लिखा- वो समय अलग था जब एक अकेला गंधी जी काफी थे.
    आपके इस कथन से मै असहमत हूँ क्यूंकि गांधीजी अकेले नहीं थे, उनका साथ देने वाले लाखों हिन्दुस्तानी भी अहिंसक थे|
    मै मानता हूँ की आज गांधीजी के बतलाये अहिंसा के रास्ते पे चलना मुश्किल है फीर भी हम कोशिश तो कर ही सकते है, और अन्नाजी का साथ देनेवाले ज्यादातर लोग इसी कोसिस में लगें हुए है, ऐसा मेरा मानना है|
    जय हिंद!!

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  4. मै आपसे सहमत हूँ. मैं तो पहले भी कह चुका हूँ कि आज अगर हम सब सच्चे तरीके से अन्ना जी का साथ दे तो वास्तव मे हम गांधी युग फिर से लाने मे सफल होंगे और ........

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  5. Really you are great man.

    chandan

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Thanks for your valuable time.